Friday, April 4, 2014

10TH KE PAPER CHECK KAR RAHE HAI JBT TEACHER

भास्कर न्यूज त्न डबवाली शिक्षा विभाग ने पेपर मार्किंग के लिए जेबीटी अध्यापकों की ड्यूटी लगा दी है। जेबीटी अध्यापक 10वीं के विद्यार्थियों की पेपर जांच नहीं कर सकते। विभागीय लापरवाही के कारण विद्यार्थियों के पेपरों की मार्किंग में देरी हो रही है। साथ ही 5 अप्रैल को सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित होने व बाद मे चुनाव प्रक्रिया के चलते मार्किंग बाधित होने की आशंका है। राजकीय सीनियर सेकंडरी ब्वॉयज स्कूल में हो रही पेपर मार्किंग में 176 में से 25 प्रतिशत शिक्षक तीन दिन से ऐबसेंट चल रहे हैं। इसको लेकर गुरुवार को बीईओ संतकुमार ने कंट्रोलर वेद प्रकाश शास्त्री की रिपोर्ट पर ऐबसेंट की जगह नए स्टाफ सदस्यों की ड्यूटी लगाई है। इस दौरान पता चला कि ऐबसेंट चल रहे स्टाफ में आधा दर्जन से अधिक जेबीटी टीचरों की ड्यूटियां मार्किंग के लिए लगाई गई है। जेबीटी टीचर के पास 10वीं के पेपर जांचने का शैक्षणिक व व्यवहारिक अनुभव ही नहीं होता है। ऐसे में जेबीटी टीचरों ने भी कंट्रोलर को पत्र भेजकर इसकी स्थिति से अवगत कराया
है। जबकि रिपोर्ट तलब करने पर कई अध्यापक ड्यूटी पर पहुंच गए। जिससे बुधवार को जहां 33 अध्यापक ऐबसेंट थे। वहीं, गुरुवार को 15 अध्यापक ऐबसेंट रहे। कंट्रोलर वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि जेबीटी टीचर गुरजंट सिंह व रमनकुमार ने गांव ख्योवाली के प्राथमिक स्कूल से रिपोर्ट दी है। जबकि गांव खुइयां मलकाना के स्कूल से शकुंतला देवी व सुभाष चंद ने अपनी ड्यूटी मार्किंग में लगाए जाने पर एलिजिबल नहीं होने की रिपोर्ट भेजी है। कुछ अन्य स्टाफ सदस्य भी ऐबसेंट चल रहे हैं। बीईओ संतकुमार बिश्नोई ने बताया कि जेबीटी टीचर की ड्यूटी बोर्ड की ओर से ही लगाई गई है। स्टाफ कम होने की सूचना मिलने पर कंट्रोलर को कुछ ओर स्टाफ सदस्यों को मार्किंग के लिए अवेलेबल कराया गया है। इस दौरान चुनाव की ड्यूटी भी जरूरी देनी है। 6 विषयों की हो रही जांच राजकीय ब्वॉयज स्कूल में 10वीं के 6 विषय की पेपरों की जांच की जा रही है। जिसमें इंग्लिश, हिंदी, सामाजिक विज्ञान, साइंस, गणित, फिजीकल के दूसरे सेमेस्टर के पेपर चेक किए जा रहे हैं। इसके लिए 144 शिक्षकों की डयूटी लगाई गई है। 16 हेड एग्जामिनर व 16 जांच सहायक नियुक्त हैं। इनमें स्टाफ सदस्य ऐबसेंट होने से उनके हिस्से के पेपर जांच होने से बच जाते हैं। जिससे ड्यूटी दे रहे अध्यापकों को ज्यादा दिन मार्किंग करनी होगी।

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